Heart Touching Status
1. ❤जिन लोगो की आखे
बात बात पर भीग जाया करती है ....
वो दिल के कमजोर नही
बल्कि दिल के सच्चे होते है ......💜
2. जिंदगी के पन्ने कोरे ही अच्छे थे.....
.तूने सपनों की स्याही
बिखेर कर दाग दाग कर दिया...!!!
3. कभी कभी हम "दिल" के
"हालात" भी "लिखते" हैं...!!
हर वक़्त "वाह वाह' की
"ख्वाहिश" नहीं होती...!!
4. उम्र तो अपनी मंज़िले तय कर रही है,.
बस दिल ही जहाँ था वही ठहरा रह गया !!
5. अब ना रहेगा इंतज़ार मेरे महबूब का मुझे,
मैंने मौत को एक ख़त लिखकर भेजा है अभी अभी...
6. अगर बिकने पे आ जाओ
तो घट जाते हैं दाम अक्सर,
न बिकने का इरादा हो तो
क़ीमत और बढ़ती है।
7. सुनो क्यूँ आप मेरे दिल में
इतनी जगह ले लेती हो ....
ना खुद चैन से रहती हो ना
मुझे चैन से रहने देती हो....✍
9. बस तुम कोई उम्मीद दिला दो मुलाकात की
फिर इन्तजार तो हम सारी उम्र कर लेंगें
10. न ख़ुशी अच्छी है ऐ दिल💗
न मलाल अच्छा है
यार जिस हाल में रक्खे
वही हाल अच्छा है...
11. आरज़ू तेरी बरक़रार रहे
दिल💗 का क्या है रहे रहे न रहे...
मेरे 🕺दिल💓 का चेन 😊हो तुम💃
मेरी 🕺खुशी🤗 की 🙋♂
तमन्ना हो तुम 🕺सिर्फ तुम*💃
13. इस कदर कड़वाहट आई उसकी बातों में,
आख़री ख़त दीमक से भी ना खाया गया...🤔
14. कौन कहता है कि...दिल सिर्फ सीने में होता है..
💞💞तुमको लिखूँ तो...मेरी उँगलियाँ भी धड़कती हैं..
15. मेरी साँसों की डोर बस दो ही...ख्वाहिशो पर टिकी हैं...
साँस चले तो तुम साथ हो....साँस रुके तो तुम पास हो...
16. उनकी यादों से ख्यालों को सजा कर रखिये ... ..
हो उनसे कभी मुलाकात ... ज़रूरी तो नहीं ... ..❤❤
17. मुस्कुराने से शुरु हो और रुलाने पे हो ख़त्म,
ये वो ज़ुल्म है जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं!
18. इश्क-ऐ-दरिया में हम डूब कर भी देख आये,
वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लौट आये !!
19. बंधनों में बाँधना, मोहब्बत नहीं ...
खुला आसमान दे देना, इश्क़ है ...
20. वो किताब लौटने का
बहाना तो लाखों में था...;
लोग ढूंढ़ते रहे खत , पर
पैगाम तो आंखों में था..!
21. दर्द को दर्द से न देखो,
दर्द को भी दर्द होता है,
दर्द को ज़रूरत है दोस्त की,
आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है"
22. पढ ना ले मेरा दर्द कोई
...अल्फाज़ बदल लेता हूँ मै
अगर आँख मे नमी आये
....तो आवाज़ बदल लेता हूँ मै
23. मै भी तलाश में हूँ
किसी अपने की
कोई तुम सा हो
लेकिन किसी और का ना हो🔸
24. हमने माँगा था साथ जिसका,
वो उम्र भर की जुदाई का ग़म दे गई...
25. बड़ी जोर से हँसा मैं मुद्दतों बाद,
आज फ़िर किसी ने कहा मेरा ऐतबार कीजिये...
26. बहुत मशरूफ हो शायद जो हमे भूल बैठे हो...
ना ये पूछा कि कहा पे हो ना ये जाना कि कैसे हो....
Post a Comment