Dard Status😢😔
1. न आँखों को चैन न जिगर को करार आया,
मेरे हिस्से मोहब्बत में बस इंतजार आया..
वो मुस्कुरा भी दे तो आँसू निकल आते है..
3. मुझे नफरत है इस मोहब्बत के नाम से,.
क्यूँ बिना कसूर तडपा तडपाकर मारा है मुझे..
4. मुझे नफरत है इस मोहब्बत के नाम से,.
मोहब्बत की तलाश मे मुक्कदर नीलाम हो गया..
6. मुद्दत हो गई है चुप रहते रहते,
कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते..
7. जख्म कहां कहां से मिले है, छोड़ इन बातों को,
7. जख्म कहां कहां से मिले है, छोड़ इन बातों को,
जिंदगी तु तो ये बता, सफर कितना बाकी है..
8. मेरी खामोशी देखकर मुझसे ये ज़माना बोला,
तेरी संज़ीदगी बताती है तुझे हँसने का शौक़ था कभी..
9. मै फिर ना मिलुंगी कही ढुंढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आखिरी है..
10. जब-जब.. जहाँ-जहाँ.. मुझे तुम्हारी ज़रुरत पड़ी,
तब-तब वहाँ-वहाँ मेरा साथ छोड़ने का शुक्रिया..
11. कितनी ही शिद्दत से निभा लो तुम
ये रिश्ता,
बदलने वाले बदल ही जाते हैं..
12. दर्द की शाम है आँखो मे नमी है,
हर साँस कह रही है बस तेरी कमी है..
13. काश वो "हल्दी" कहीं मिल जाये,
जिसे पीने से.
वक्त का दिया हर ज़ख्म भर जाये ..
14. मोहब्बत का नतीजा, दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा था वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा..
15. मेरे सारे कसूरों पर भारी, पड़ गया मेरा एक कसूर,
मैं उसे पसंद करता हूँ , बस इसी बात का उसे गुरूर...
16. क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू बेहोश है,
ख़त पर हैं आँसू गिरे और कलम खामोश है ..
17. काग़ज़ पे तो अदालत चलती है..
हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये..
18. अजीब खेल का मैदान है.. ये दुनिया भी,
जिसको जीत चुके थे उसी से हार गए..
19. करने दो उनकों को जो वो कर रहे हे,
दिल तोडना ही था तो पहले बोल देते
20. तुझे क्या सुनाऊ ऐ दिलरुबा तेरे सामने मेरा हाल है…,
तेरी इक नज़र की बात है मेरी ज़िन्दगी का सवाल है..!!
21. किसे पता था………. मैं इश्क करूंगा,,
हकीम भी दवा नहीं देता… बच्चा समझकर
22. रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।
23. मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है।
24. हमारी कद्र उनको होगी तन्हाईयो में एक दिन,
अभी तो बहुत लोग हैं उनके पास दिल्लगी करने को...!!
25. कितने दिन गुजर गये और तुमने याद तक ना किया.,
मुझे नहीं पता था की इश्क़ में भी छुट्टीयां होती है..
26. मैंने तो तुझसे माँगा था थोड़ा सा उजाला…..
वाह रे चाहने वाले तूने तो आग ही लगा दी यार..
27. दर्द के एहसास दिल से मर गए,
जख्म अपने इतना असर कर गए।
28. एहसान वो किसी का लेते, नहीं मेरा भी चुका दिया,
जितना भी खाया था नमक, मेरे ज़ख़्मों पर लगा दिया।
29. बस यूँ ही लिखता हूँ वजह क्या होगी,
राहत ज़रा सी.... आदत ज़रा सी... ।
30. सहने की दर्द, इस तरह आदत सी हो गई
होते हैं जब सुकून में तो भी बैचेन रहते हैं
31. मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा।
31. तनहा कर गया वो शख्श मुझे
सिर्फ इतना कह कर ,
सुना है मोहबत बढ़ती है
बिछड़ जाने के बाद
32. दिल के रिश्तों कि नज़ाक़त वो क्या जाने.
नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती हैं चोटें अक्सर..
33. हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं,
हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते है..
34. मेरी मान, छोड़ दे जिद करना ऐ दिल,
न जाने कितनी जिन्दगियाँ बर्बाद देखी हैं हमनें इस जिद की ज़द में...!!
35. तेरे ही किस्से तेरी ही कहानियाँ मिलेंगी मुझमें,
मैं कोई अख़बार नहीं जो रोज़ बदल जाऊं…!
36. किडनी से काम चले तो बताना..
अब किसी को दिल देना अपने बस कि बात नही..।।
37. शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं,
वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते।
38. वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह..फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना… ?
39. आईना आज फिर
रिशवत लेता पकड़ा गया
दिल में दर्द था
और चेहरा हस्ता हुआ पकड़ा गया
40. दिल मेरा यह कह कर उसने वापिस कर दिया
दूसरा दिल दीजिये यह तो टूटा हुआ है
41. हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं,
हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते है..
42. बाँहो में कोई भी आये सब दिखावा है…
महसूस वही होगा जो रूह में समाया है..
43. तेरी राहों से हटा लिया, मैंने खुद को,
अब तो खुश रह, जा तेरी हर खता को माफ़ किया…
44. मेरी मान, छोड़ दे जिद करना ऐ दिल,
न जाने कितनी जिन्दगियाँ बर्बाद देखी हैं हमनें इस जिद की ज़द में...!!
45. दिल और सनम में की फितरत एक जैसी है,
दिल हार नही मानता, और वो बात नही मानता...!!
46. तोड़ दिए मैंने घर के आईने सभी,
प्यार में हारे हुए लोग मुझसे देखे नहीं जाते।
47. जाने-तन्हा पे गुजर जायें हजारो सदमें,
आँख में अश्क भी आयें ये जरूरी तो नहीं।
48. मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है।
49. ख्वाब सा था साथ तुम्हारा,
ख्वाब बन के रह गया.
50. टूट कर भी धड़कता रहता है,
मैने कम्बखत दिल सा वफादार,
आज तक नहीं देखा.
51. कैसे करू मैं साबित...
के तुम याद बहुत आते हो ,
एहसास तुम समझते नहीं ,
और अदाए हमें आती नहीं ..
52. जानते हो महोब्बत किसे कहते हैं ? किसी को सोचना, फिर मुस्कुराना और फिर आसू बहाते हुए सो जाना.
53. दर्द के एहसास दिल से मर गए,
जख्म अपने इतना असर कर गए।
54. सिर्फ तेरे इश्क की गुलामी में हूं आज भी
वरना ये दिल एक अरसे तक नवाब रहा है
55. बरबाद करना था तो किसी और तरीके से करते
जिंदगी बनकर जिंदगी ही छीन ली तुमने
56. वो कहते हैं बता तेरा दर्द कैसे समझूँ ऐ सनम,
मैंने कहा इश्क़ कर बहुत कर और करके हार जा।
57. ये तड़प ये आंसू मेरे रातों के साथी है…
बस तेरी यादें मेरे जीने के लिए काफी है।🌹
58. जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो,
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो।
59. चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं।
60. एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे,
जरा सा भी एहसास हमारा नहीं उसे,
वो साहिल से देखते रहे डूबना हमारा,
हम भी खुद्दार थे पुकारा नहीं उसे।
61. देखी है बेरुखी की आज हम ने इन्तेहाँ,
हमपे नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए।
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।
62. अब तो हाथों से लकीरें भी मिटी जाती हैं,
उसे खोकर मेरे पास रहा कुछ भी नहीं।
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